पवार की प्रेरणा विधायक राजे का विश्वास  अंसार अहमद ने रचा सेवा का इतिहास  (रोजा-नमाज के साथ जनकल्याण की प्रार्थना भी)

देवास (सुरेश शर्मा क्रांति/रफीक अंसारी) देवास रियासत के महाराजा,भाजपा के निरंतर विजेता विधायक और मंत्री रहे तुकोजीराव पवार के विश्वसनीय ,पार्षद से सभापति बनने तक श्री पवार के विश्वास पर खरा उतरने वाले अंसार अहमद हाथी वाले ने कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन  में सेवा का नया इतिहास रच दिया है ।


 अंसार अहमद ने लॉक डाउन के लिए 20 क्विंटल गेहूं का आटा अपने परिवार के लिए रखा था जो जरूरतमंदों को बांटने के बाद जब लॉकडाउन  बढ़ा दिया गया तब शुरू हुई अंसार अहमद की ऐतिहासिक इंसानी खिदमत ।
अपने निवास पर क्विंटलों  से आटा, चावल ,तेल ,अचार, आलू ,प्याज ,टोस, खजूर, दाल और जरूरी सामान इकट्ठा कर मोहल्ले मोहल्ले बांटना शुरु कर दिया वह भी बिना प्रचार के ।
 देवास के अनेक समाजसेवियों  ,पूर्व पार्षद, मस्जिद कमेटियों द्वारा राशन और आपसी सहयोग से तैयार भोजन जरूरतमंदों को बांटने वालों के बीच अकेले अंसार अहमद अपने परिवार और सहयोगियों के साथ देवास के हर मोहल्ले में अपने खर्च पर राशन बांट रहे हैं । 
लाखों रुपए की राहत राशन किट बांट चुके अंसार अहमद अपनी सेवा को डेढ़ माह तक प्रचार से बचाए रहे लेकिन अच्छे काम की खुशबू हवा के साथ फेलती है इसी नियम से यह सेवा भी सामने आ गई । 
अंसार भाई की सेवा में देवास की महारानी विधायक गायत्री राजे पवार ने इंदौर से लाखों रुपए का सामान देवास लाने की मंजूरी दिलाने में मुख्य भूमिका अदा की है । 
राधागंज ईदगाह के सामने अपने निवास से लगातार सभी वर्गों के जरूरतमंदों को राशन बांट रहे अंसार अहमद रात दस  बजे से तीन बजे तक अलग-अलग क्षेत्रों में राशन बांटते रहे लेकिन कोई फोटो नहीं लिए, प्रचार नहीं किया । 
राधागंज के कुछ युवकों ने वीडियो बनाकर वायरल की जब यह सेवा सामने आई अब तक पचास लाख रुपये का  आटा ,चावल, दाल, तेल ,अचार, बिस्किट ,खजूर ,सेंव और अन्य सामान खरीद चुके अंसार अहमद ने अपनी इस मानव सेवा से देवास का गौरव बढ़ाया है ।
 हमने जब इस मामले में उनसे चर्चा की तो उनका कहना था यह प्रेरणा मेरे राजनीतिक गुरु ,मुझे पार्षद से सभापति बनाने वाले स्वर्गीय तुकोजीराव पवार महाराज साहब, विधायक महारानी गायत्री राजे पवार और मेरे माता-पिता से मिली है । काजी इरफान अहमद अशरफी ,मरहूम सलीमुद्दीन फारुकी साहब और काजी अबुल कलाम से भी मुझे मार्गदर्शन मिलता रहा है । कदीर पहलवान इनके करीबी और विश्वसनीय होकर हमेशा इनकी परछाई बनकर रहे हैं ।
पार्षद के चुनाव में पहली बार देवास के दिग्गज कांग्रेसी एडवोकेट डॉक्टर धीरेंद्र तिवारी को पराजित करने वाले अंसार अहमद शुरू से ही कुछ अलग करते रहे हैं । देवास की यादगारे उर्स कमेटी में सदर बनकर कव्वाली के साथ अनूप जलोटा, अनुराधा पौडवाल से ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती गरीब नवाज की दरगाह के सामने मंच से भजन के आयोजन ने अंसार अहमद को नयी पहचान दिलवाई । गुजरात, उत्तराखंड और कश्मीर आपदा में भी बड़ी राशि देने वाले अंसार अहमद ने श्री पवार की प्रेरणा से भाजपा के घोषित सभापति दिलीप बांगर को भी ऐतिहासिक रूप से पराजित किया और पार्टी से बाहर भी रहना पड़ा लेकिन श्री पवार के प्रति समर्पण और आत्मविश्वास से भाजपा में वापसी भी हो गई और पांच साल तक सभापति कार्यकाल भी दबंग का के साथ ईमानदारी से पूरा कर लिया गया ।
 अंसार अहमद जितने दबंग हैं इतने नरम भी हैं और ईश्वर अल्लाह में अटूट भरोसा रखते हैं । लॉकडाउन  के पहले दिन से ही रमजान से पहले ही रोजा रखना और उसे निरंतर जारी रखकर रात में नमाज के बाद देश और दुनिया से कोरोना के खात्मे सहित इससे प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य होने की दुआ करना अंसार अहमद को संत के रूप में प्रमाणित करता है ।
 अंसार अहमद हाथी वाले देवास की एक ऐसी शख्सियत है जिन्हें समझने के लिए उनके निकट जाना जरूरी है । फोटोबाजी चंदे और सामूहिक सहयोग से भोजन ,राशन बांटने वालों के बीच अपने परिवार और सहयोगियों  के साथ हम हिंदुस्तानी को साकार करने वाले, पवार परिवार की प्रेरणा स्वीकार करने वाले अंसार अहमद ने कुछ समय पहले ही आंखों के जांच शिविर आयोजन  से हजारों चश्मे बंटवा कर आंखों के ऑपरेशन करवाने का विश्व कीर्तिमान बनाया है । अंसार एहमद ने इस समय जनता की सेवा कर रहे चिकित्सक ,पुलिस-प्रशासनिक अमले सहित समाजसेवियों और पत्रकारों को धन्यवाद देकर आभार भी व्यक्त किया । वह सेवा का ये मौका कुदरत का ईनाम और करम मानते हैं ।
 अंसार अहमद की इस ऐतिहासिक निरंतर जारी सेवा को शहर से  दुआ और तारीफ मिल रही है ।